हरियाणा में 28 जनवरी के बाद बदलेगा मौसम, इन इलाकों में होगी झमाझम बारिश
सुबह-शाम ठंड का असर जारी है लेकिन दिन के समय तेज धूप (bright sunlight) तापमान में बढ़ोतरी कर रही है। लोगों को दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है, जबकि रातें अभी भी ठंडी हैं। आने वाले दिनों में 28 जनवरी के बाद प्रदेश में मौसम के मिजाज में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
चंडीगढ़: हरियाणा में ठंड (Winter) का मौसम इस बार अपने अलग रंग दिखा रहा है। जहां सुबह और शाम ठिठुरन (Chill) का एहसास होता है वहीं दोपहर के समय तेज धूप (Sunny Afternoon) के कारण तापमान बढ़ रहा है।
पिछले कुछ दिनों से हरियाणा में दिन और रात के तापमान (Temperature) में काफी बदलाव देखा गया है। एक सप्ताह पहले जहां अधिकतम तापमान 15-16 डिग्री के आसपास था अब यह 22-23 डिग्री तक पहुंच गया है। यह भी पढ़ें: हरियाणा के भक्त भी बनेंगे भाग्यशाली यात्री, महाकुंभ के लिए स्पेशल बस सेवा शुरू, जानिए क्या होगा किराया
दिन के तापमान में इजाफा
उत्तर-पश्चिमी हवाओं (North-Western Winds) के कमजोर पड़ने से शीतलहर (Cold Wave) और कोहरे (Fog) का असर कम हो गया है। इस वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि रात का तापमान सामान्य स्तर पर बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दिनों में तापमान में और भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
28 जनवरी के बाद मौसम में बड़ा बदलाव
मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार 28 जनवरी तक हरियाणा में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाएं हल्की गति से चलेंगी। इसके चलते रात का तापमान गिर सकता है। वहीं सुबह और देर रात के समय कुछ स्थानों पर हल्की धुंध (Foggy Morning) छा सकती है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के क्षेत्र से गुजर चुका है। इसका असर मैदानी इलाकों में दिखाई दिया जहां हल्की बारिश (Light Rain) दर्ज की गई। हालांकि फिलहाल मौसम शुष्क (Dry Weather) बना रहेगा।
29 जनवरी से ठंड में इजाफा
28 जनवरी के बाद मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 29 जनवरी तक एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिससे हरियाणा और आसपास के इलाकों में तेज बारिश (Heavy Rainfall) हो सकती है। इसके अलावा ठंडी हवाओं (Cold Winds) के कारण ठंड बढ़ने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
हरियाणा में ठंड के मौसम का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और उत्तर-पश्चिमी हवाएं हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ जब भी हरियाणा से गुजरता है तो इसका प्रभाव यहां के मौसम पर साफ दिखाई देता है। इस बार भी ऐसा ही देखने को मिल सकता है। यह भी पढ़ें: हरियाणा में आज और कल बंद रहेंगे सरकारी पोर्टल्स, जानिए कौन-कौन सी सेवाएं रहेंगी प्रभावित?
कृषि पर असर
मौसम में बदलाव का असर हरियाणा के किसानों (Farmers) पर भी पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश (Rain) के कारण रबी की फसल (Rabi Crops) पर असर पड़ सकता है। सरसों (Mustard) और गेहूं (Wheat) जैसी फसलों के लिए यह मौसम फायदेमंद साबित हो सकता है।